पृथवी का जन्म कैसे हुआ आप सब यही बार बार सोचते होंगे की पृथ्वी का जन्म कैसे और बा हुआ हम सब जिस सस्थापना पर रहते पृथ्वी पर पर लोगो को इस के परे कुछ पता है तो आज आप इस पोस्ट को पुरे पढ़ना में आप को पृथ्वी के बारे म,इ पुरे जानकारी बताऊंगा

पृथवी का जन्म कैसे हुआ

पृथ्वी का जन्म 460 करोड़ साल पहले हुआ
पृथवी का जन्म कैसे हुआ आज से करोड़ो साल पहले और गैस के विशाल बदल में गरूत्वाकर्षण शक्ति के कारण हमारे सूर्य का जन्म हुआ था सूर्य बनने के बाद में बची धूल मिटटी और चट्रानो भी गुरुत्वकर्षण के कारण आपस में जुड़ने लगी आज से लगभग 460 करोड़ साल पहले इन्ही धूल और चटानो के कारण आपस से हमारी पृथ्वी और अन्य ग्रह का जन्म हुआ

जब पृथ्वी का जन्म हुआ तब पृथ्वी का ताप मान बहुत ही ज्यादा गर्म था
पृथवी का जन्म कैसे हुआ पृथ्वी का जन्म हुआ एक पत्थर के टकराव से पर पृथ्वी के जन्म से पहले और कई सारे ग्रह का निर्माण पृथ्वी पर हो चूका था तब हुआ पृथ्वी का निर्माण पर उस समय पृथ्वी पर ताप मान बहुत जायदा था पर उस पृथ्वी पर एक ही समुन्द्र हुआ करता वह था जुवालामुखी लावा पृथ्वी पर जो ताप मन था उस को काम करने के लिए कभी कभी बरसात हो जाता था जिस से पृथ्वी का ताप मान काम हो जाता था पर जब बरसात का पानी ख़त्म हो जाता था तब फिर से ताप मान बर जाता था बहुत सालो तक ऐसा ही चलता रहा पर कुछ समय बाद पृथ्वी का आता वर्ण बदल गया कुछ समय बाद पानी में एक ऐसा पदार्थ का निर्माण हुआ

पृथवी का जन्म कैसे हुआ जो जीने के लिए पानी अंदर में यानि की खनिज पदार्थ और धुप का इस्तमाल करते थे और वह ऑक्सीजन बाहर निकालते थे जिस से पृथ्वी पर जुवाला मुखी निकलना बंद होगया था धीरे धीरे पृथ्वी पर ऑक्सीजन भी बढ़ने लगा और ताप मान काम होने लगा और बर्फ का निरमा बहुत होने लगा जिस पृथ्वी पर ठंडा पड़ने लग उस से पृथ्वी पर पेड़ पौधा उगने गला समय के साथ साथ पृथ्वी पर सब जी धीरे धीरे बदला चालू होगया पहले का पेड़ काम से काम 100 फिट लम्बाई हुआ करके था जो समुंद्री जीव पानी में रहने वाल सब था वह धीरे धीरे जमीन पर परिवर्तित होने लगे कुछ समय बाद सारे जमीन एक दूसरे से मिल गया जिसे आज हम सब पेंजिया महादीप के नाम से जानते है


अब पृथ्वी का ताप मान काम होने लगा था
पृथवी का जन्म कैसे हुआ जब समुंद्री जीव बाहर रहने लगे तो वाता वर्ण के सात जीव का शरीर भी बदलने लगा धीरे धीरे ये जीव एक डायनासोर में बदल लगया जी की पेड़ पोधो को खाने लगा उस डायना सोर बड़े और बिसाल बनते गए उन्ही कुवह डायना सोर में से कोई डायना सोर शिकार भी किया करते थे पृथ्वी पर कुछ नया उपकार नहीं होने के कारण जमीन बजऱ और रेगिस्तान में बदलने लगे एक समय ऐसा आया की आज से लगभग 20 करोड़ साल पहले पेंजिया महादीप टूटना चालू होगया और डायना सोर की भी संख्या बढ़ने लगा डायनासोर ने पृथ्वी पर लगभग 20 से 30 साल तक पृथ्वी पर अपना राज किया उस समय बस डायनासोर का ही राज चलता था

पृथवी का जन्म कैसे हुआ फिर कुछ दिनों बाद टुटा हुआ महादीप अफ्रीका का टुटा हुआ भारत आके तिब्बत से टकराया इस टकराव से एक बहुत बड़ा विशाल के टकराव से हिमालय का निर्माण हुआ फिर 6 करोड़ साल पहले एक बहुत बड़ा पत्थर 8000 प्रति रफ़्तार से पृथ्वी के और आने लगा पर उस पत्थर में आग लग लाया वह पत्थर सीधा आके पृथ्वी से टकराया इस टकराव से गर्म ताप मान जेहरलीला ऑक्सीजन भाप के बजह से सारे पेड़ पौधे जल गए पृथवी के चारो और धूल से पृथवी धक् गया पृथवी बाढ़ आगये थोड़ा देर के बाद पृथ्वी नर्क से जैसा बदल गया इसी ताप मान के वजह से घुटन भूख के कारण सारे डायना सोर भीभीतित होक मर गये पत्थर के टकराव से पृथवी चारो


पृथवी का जन्म कैसे हुआ औ काले और अँधेरा हो चूका था जिस के कारण पृथ्वी पर धुप भी नहीं पहुंच पता था कुछ समय बाद बारिश हुआ बारिश के कारण पृथ्वी ठंडा होने लगा जिस के कारण पृथवी बर्फ से धक् गया बहुत सालो बाद बर्फ पिघल के ख़तम होगया फिर पृथ्वी पर एक नया अबिस्कर हुआ और फिर से पृथ्वी पहले जैसा होने लगा

पृथवी का जन्म कैसे हुआ एक जीव जमी के अंदर से बहार आने लगा इसी बिच ये जमीनी जीव बंदर में परिबर्तित होने लगे और जब जब भी जमीन थोड़ा बहुत गर्म से सूखने लगता तो उस बंदर ले खान पिने का काम होने लगा तब इस बंदरो ने खाने के तलाश में अपने पेरो पर चलना सुरु क्या जोकि दूसरे जानवर को शिकार करके खाते थे धीरे धीरे बंदर वानर में बदलने लगे वक्त के साथ साथ वही बंदर आदिवासी बने फिर आग और हथियार का अबिस्कर किया

फिर हम इंसान के रूप में आगये हम में धर्म से लेकर जाती परिवार भाष संस्करिति का निर्माण किया पृथ्वी को आज के जैसा बनने में 450 करोड़ साल लगए एक जमीं के अंदर से निकलने वाले जीव के वजह से आज हम एक इंसान में परिबर्तित हुए